राष्ट्रीय नाई महासभा का 17 वाँ स्थापना दिवस समरोहसम्पन

राष्ट्रीय नाई महासभा का 17 वाँ स्थापना दिवस समरोह पटना के स्नातक भवन आर ब्लॉक, पटना में पूर्व विधान पार्षद श्री आज़ाद गाँधी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ | कार्यक्रम का संचालन राजद नेता एजाज अहमद ने की | कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया | अतिथियों का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय नाई महासभा कृष्णा ठाकुर ने की
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि नाई समाज के साथ होने वाले नाइंसाफी और आर्थिक विपन्नता के प्रति सरकार का रवैया हमेशा ढीला – ढाला रहा है जिस कारण समाज को हर स्तर पर कठिनाइयों का सामना करना पडा | जबकि इस समाज ने जन नायक कर्पूरी ठाकुर के रूप में राज्य को एक बेमिसाल और बेहतर गरीब परस्त सोंच रखने वाला मुख्यमंत्री दिया, जिस पर पूरा बिहार गर्व करता है | जिसके नेतृत्व में पिछड़ा अति पिछड़ा समाज को जागरूक करके उन्हें अधिकार दिलाने का अभियान चलाया, लेकिन असमय मृतु के कारण उनका जो सोच था वह अधूरा ही रहा गया | उनके सोच को आगे बढ़ाने में महती भूमिका श्री लालू प्रसाद यादव एवं श्री मति राबड़ी देवी के कार्यकाल में पिछड़ा, दलित और अतिपिछड़ा को आगे लाने तथा सता में भागीदारी देने का कार्य किया | उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए, इन्होने नाई जाति का बेटा श्री आजाद गाँधी को स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से आज़ादी के बाद पहली बार प्रति निधित्व विधान परिषद् में करने का मौका प्रदान किया | इस अबसर पर 5 सूत्री मांगे केंद्र एवं राज्य सरकार को भेजे जाने का प्रस्ताव सर्व सम्मती से पारित किया गया |१. कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से समानित करने की मांग केंद्र सरकार से की गयी |
२. नाई जाति को अनुसूचित जाती का दर्जा दिए जाने की मांग केंद्र सरकार से की गयी |
३. रोजगार की गारंटी सुनिश्चित किये जाने और इस पेशे से जुड़े नाई समाज को 5 लाख रुपए का . ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराने की मांग केंद्र एवं राज्य सरकारों से की गयी |
४. अन्य राज्यों की तरह पूरे भारत वर्ष में केश – कला बोर्ड की गठन की मांग केंद्र एवं राज्य . . सरकार से की गयी |
५. भिखारी ठाकुर के नाम पर बिहार में विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग की गयी | इस अबसर पर समारोह का उद्घाटन करते हुए पूर्व मंत्री श्री अब्दुल बारी सिदृीकी ने कहा की उन्होंने कर्पूरी जी के साथ काम किया है, यह उनके लिये सौभाग्य की बात है, क्योकि उनके कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं था | वह हमेशा गीरीबों वंचितों के अधिकार और उनके साथ जुड़ कर राजनीति को एक नया आयाम दिया | इस अबसर पर राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव अलोक मेहता ने कहा की वंचितों और शोषितों की लड़ाई को आगे बढ़ाने में आजाद गाँधी जी की बड़ी भूमिका है क्यंकि आज युवाओं को इनके नेतृत्व पर विश्वास है|
पूर्व मंत्री श्री श्याम रजक ने कहा की सामंती और साम्प्रदायिक शक्तियों का गठजोड़ शोषितों और वंचितों को भ्रम की स्थिति में रखना चाह रहा है, इसके खिलाफ हम सभी को एकता वध होकर आगे बढ़ना होगा |
पूर्व सभापति विधान परिषद् सलीम प्रवेज ने कहा की कर्पूरी ठाकुर और भिखारी ठाकुर को जो सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिला इसके लिए हमें संघर्ष एवं आन्दोलन करना होगा |
इस अबसर पर पूर्व मंत्री शिव चन्द्र राम, तनवीर हसन, राम वाली सिंह चन्द्रवंसी, श्री मति रेखा देवी, शक्ति सिंह यादव, रणविजय साहू, कारी साहेब, अरविन्द सहनी, देव मुनी सिंह यादव, महताव आलम, निराला यादव, एजाज अहमद, डॉ प्रेम गुप्ता,कृष्णा ठाकुर, दिनेश पासवान,नजरे आलम केवटी सहित अन्य नेता गण उपस्थित थें |समरोह के अंत में पूर्व विधान पार्षद आजाद गाँधी का जन्मदिवस केक काटकर मनाया गया | सभी नेताओं ने इन्हें बधाई देते हुए कहा की समाज के वंचित और अतिपिछडा वर्ग को में आगे बढ़ने का मौका प्रदान करे जिससे इनके नेतृत्व को मजबूती मिले |

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