मुख्यमंत्री से 2020 बैच के प्रशिक्षु आई०ए०एस० अधिकारियों ने शिष्टाचार मुलाकात की

पटना: मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में 2020 बैच के 7 आई०ए०एस० प्रशिक्षु अधिकारियों ने शिष्टाचार मुलाकात की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान सुश्री चंद्रिमा अत्री, श्री अभिषेक पलासिया, श्री श्रीकांत कुंडालिक खांडेकर, सुश्री अनुपमा सिंह, श्री प्रदीप सिंह, श्री श्रेष्ठ अनुपम एवं श्री कुमार निशांत विवेक ने अपनी ट्रेनिंग के दौरान जिले में किए गए कार्यों के संबंध में अनुभव साझा किए। इनलोगों ने जीविका दीदियों के साथ इंट्रैक्शन, कोविड 19 के दौरान की चुनौतियां और किये गये कार्य, आम जनता की समस्याओं के निवारण के दौरान प्रशासन की बारीकियों को समझना, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, बाढ़ के दौरान लोगों की सहायता एवं राहत कार्यों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने अपने • अनुभव साझा किए, यह सुनकर अच्छा लगा। आपलोग अभी ट्रेनिंग पीरियड में हैं, उसके बाद आपलोगों की पोस्टिंग होगी। सरकार नीति बनाती है और उसे क्रियान्वित करने में आई०ए०एस० अधिकारियों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। आपलोगों के माध्यम से नीतियों को क्रियान्वित किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर 2005 से जब बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला, तब से लोगों के विकास के लिये लगातार काम कर रहे हैं। जब विधायक थे, सांसद थे और केंद्र में मंत्री बने उस दौरान कई चीजों के बारे में जानने-समझने का मौका मिला। जनप्रतिनिधि रहते हुए अपने क्षेत्र में हमेशा घूमते थे, उस दौरान लोगों से कई प्रकार की जानकारियां मिलती थीं। एक सर्वे से पता चला था कि यहां के लोगों की जो आमदनी होती है उसमें सबसे ज्यादा खर्च इलाज पर होता है। हमलोगों ने लोगों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कई कार्य किए। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए लगातार काम किया गया। किसी क्षेत्र में दंगा न हो, उसके लिए पुलिस बल मुस्तैदी से काम करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब-गुरबा के उत्थान के लिए भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। पंचायत चुनाव एवं नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। ऐसा करने वाला बिहार देश में पहला राज्य बना। अति पिछड़ों को 20 प्रतिशत, अनुसूचित जाति को 16 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति को भी एक प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है। महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलने से बड़ी संख्या में महिलाएं समाज में प्रतिनिधित्व करने आगे आ रही हैं। 10 लाख से ज्यादा जीविका समूह का गठन किया गया। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। हमलोगों के द्वारा शुरू किए गए जीविका समूह को देखकर एवं समझकर उस समय की केंद्र सरकार भी इसे पूरे देश में आजीविका नाम से शुरू किया। मुस्लिम महिलाओं के लिए हुनर कार्यक्रम शुरू किया गया। लड़कियों के लिए साइकिल योजना एवं पोशाक योजना शुरू की गई। इससे बड़ी संख्या में लड़कियां स्कूल पहुंचने लगीं। सात निश्चय योजना के अंतर्गत कई कार्य शुरू किए गए। अब सात निश्चय-2 के तहत कई कार्य शुरू किए गए हैं। वर्ष 2019 में सभी दलों के विधायकों एवं विधान पार्षदों के साथ 8 घंटे तक पर्यावरण संरक्षण को लेकर चर्चा हुई और निर्णय कर जल-जीवन- हरियाली अभियान की शुरुआत की गई। जल-जीवन- हरियाली का मतलब है, जल संरक्षित रहेगा, हरियाली रहेगी तभी जीवन सुरक्षित रहेगा चाहे वह जीवन मनुष्य, पशु-पक्षी या किसी अन्य जीव-जंतु का हो ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर तक पक्की गली-नाली का निर्माण किया गया। हर गांव तक सड़क बनाई गई ताकि लोगों के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो। सड़क, पुल-पुलियों का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही उसके मेंटेनेंस की जिम्मेवारी विभाग को दी गई है। वर्ष 2007 से बाढ़ एवं सुखाड़ में लोगों की राहत के लिए सारे इंतजाम किए जाते हैं। संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ को देखते हुए उसके पूर्व एक-एक चीज की तैयारी की जाती है। वर्ष 2015 में महिलाओं के एक कार्यक्रम में महिलाओं ने शराबबंदी की मांग की तो हमने सिर्फ एक लाइन कहा कि अगली बार आएंगे तो इसे लागू करेंगे और अगली बार सरकार में आने पर राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग प्रचार-प्रसार में विश्वास नहीं करते हैं। हमलोग सीधे काम करते हैं। लोगों के बीच आपस में झगड़ा न हो, प्रेम और भाईचारे का वातावरण रहे. समाज में सौहार्द्र का वातावरण रहे इसके लिए हमलोग काम करते हैं। लोगों की बात सुनते हैं। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में लोगों की समस्याओं की जानकारी मिलती है। उसके समाधान के लिए अधिकारी शीघ्र काम करते हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी राज्य में जो भी कार्य किए गए हैं उनसब चीजों की जानकारी और बेहतर ढंग से प्राप्त कर लें। लोगों से फीडबैक लेकर काम करें। राज्य के लिए किसी भी कार्य के क्रियान्वयन की जिम्मेवारी आई०ए०एस० अधिकारियों की है। आप सभी आई०ए०एस० अधिकारी अपनी इच्छा से बने हैं। आपलोगों से उम्मीद है कि पूरी जिम्मेदारी और मेहनत से लगातार काम करेंगे। आपलोग अच्छा काम करेंगे तो जनता के बीच आपकी काफी इज्जत बढ़ेगी। लोग काफी सम्मान देंगे और आपको भी अच्छा लगेगा। सोशल मीडिया के माध्यम से भी अपने क्षेत्रों में किए जा रहे

अच्छे कार्यों की जानकारी से लोगों को अवगत कराएं। आप सबों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना देते हैं और उम्मीद करते हैं कि आपलोग एक अच्छे प्रशासक बनकर लोगों की सेवा करेंगे।

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार एवं मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी ने भी इन अधिकारियों का मार्गदर्शन किया।

• मुलाकात के दौरान जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, बिपार्ड के विशेष कार्य पदाधिकारी बी० कार्तिकेय धनजी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे।

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