अक्षरा सिंह बनीं जनसुराज की सदस्य

भोजपुरी फिल्म की एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने आज जनसुराज की सदस्यता हासिल की। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान से अक्षरा जुड़ गई है। जनसुराज की सदस्या बनने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। मीडिया ने पूछा की चुनाव लड़ेंगी क्या? इसका जवाब देते हुए अक्षरा ने कहा कि आगे क्या होगा यह वक्त ही बताएगा।
अभी फिलहाल मैने जनसुराज अभियान से जुड़ने की पहल की है। यदि दर्शकों और जनता का प्यार मिलेगा तो चुनाव भी लड़ूंगी। लेकिन कहां से चुनाव लड़ेंगी इसका खुलासा अक्षरा ने फिलहाल नहीं किया है। अक्षरा ने कहा कि जनसुराज अभियान से जुड़ी हूं सदस्या बनीं हूं। जहां जहां प्रशांत किशोर की जनसुराज यात्रा जाएगी वहां-वहां मैं भी जाऊंगी।

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राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को लेकर जब सवाल किया गया तो अक्षरा ने कहा कि हम राजनीति में नहीं है कि टिप्पणी करेंगे। लालू यादव और तेजस्वी यादव से मेरा बहुत अच्छा नाता है। जब मीडिया ने फिर सवाल किया तो अक्षरा भड़क गयी कहने लगी कि शायद आप हिन्दी नहीं समझ पा रहे हैं। मेरे शब्दों को समझिए तब सवाल कीजिएगा। तब जवाब देने में भी मजा आएगा।
एक बार फिर स्पष्ट करती हूं कि मैं किसी पार्टी से नहीं जुड़ रही। लालू-तेजस्वी सहित सारे नेताओं से मेरे अच्छे संबंध है। सब खूब सम्मान देते है। मैं भी उनसे मिलती रहती हूं। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं कोई पार्टी ज्वाइन करने वाली हूं। फिलहाल मैं प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान से जुड़ रही हूं। इस अभियान को पॉजिटिव रूप में लेकर चलेंगे यही हमारा उद्धेश्य है। अभी कोई पार्टी से हम नहीं जुड़ रहे है लेकिन कल क्या होगा कोई नहीं जानता।

दैनिक पंचांग

अक्षरा ने कहा कि एक कलाकार और बिहार की बेटी होने के नाते एक नई पहल करने जा रही हूं। मुझे किसी पार्टी से जुड़ना ही नहीं है। बहुत सारी पार्टियों में मेरे बहुत सारे लोग है जो जानने वाले है वे लोग आशीर्वाद और प्यार देते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हम किसी पार्टी से जुड़ गये हैं। अक्षरा ने कहा कि जनसुराज में पढ़ाई लगी..विचारधारा लगा..कमेंटमेंट लगा। बहुत सारी चीजे ऐसी दिखी कि जिसने मुझे अपनी ओर खीचा। बिहार और समाज को बदलने के लिए ही मैंने जनसुराज अभियान से जुड़ने की पहल की है।

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जनसुराज कोई पार्टी नहीं है बल्कि एक अभियान और विचारधारा है। मुझे पार्टी में जुड़ना होता तो कही भी जा सकती थी लेकिन मेरा यह उद्धेश्य नहीं है। मैं प्रशांत किशोर जी के जनसुराज अभियान से जुड़ना चाहती थी। मेरे साथ-साथ जितने भी युवा हैं मैं चाहती हूं कि वो भी इस अभियान से जुड़े। जनसुराज की सदस्य आज बनी हूं। पिछले 15 महीने से प्रशांत सर लगातार पदयात्रा कर रहे हैं। उनके इस अभियान से जुड़ने आई हूं। घर को संवारने वाली बेटी होती है बेटा नहीं..बिहार की बेटी होने के नाते शिक्षित बिहार देखने की कल्पना करती हूं। बिहार का भविष्य उज्जवल होता देखना चाहती हूं। एक पार्टी नहीं एक अभियान से जुड़ू यही चाहती थी और इसी सोच के साथ जनसुराज अभियान से जुड़ी हूं।

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