आप कर सकते हैं काल भैरव को प्रसन्न

आप कर सकते हैं काल भैरव को प्रसन्न

कालाष्टमी पर्व पर देवों के देव महादेव के रुद्र रूप कालभैरव की आराधना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार काल भैरव भगवान शिव के क्रोध से उत्पन्न हुए थे जिस कारण इन्हें इनका रुद्र रूप माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार काल भैरव अष्टमी के दिन इनकी हर तरह से की गई पूजा जिंदगी के तमाम संकटों से मुक्ति दिलाती है। इस दिन उच्चारण किए जाने वाले इन बेहद खास मंत्रों का जाप करना बहुत…

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दैनिक पंचांग

दैनिक पंचांग

27 – Apr – 2019 ☀ Ara, India ☀ पंचांग ? तिथि अष्टमी 17:02:27 ? नक्षत्र श्रवण 26:12:43 ? करण कौलव 17:02:27 ? पक्ष कृष्ण ? योग शुभ 26:29:30 ? वार शनिवार ☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ ? सूर्योदय 05:18:34 ? चन्द्रोदय 25:25:00 ? चन्द्र राशि मकर ? सूर्यास्त 18:19:55 ? चन्द्रास्त 11:45:00 ? ऋतु ग्रीष्म ☀ हिन्दू मास एवं वर्ष ? शक सम्वत 1941 विकारी ? कलि सम्वत 5121 ? दिन काल…

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वास्तुशास्‍त्र की आठ प्रमुख दिशाएं एवं उनके महत्व:

वास्तुशास्‍त्र की आठ प्रमुख दिशाएं एवं उनके महत्व:

वास्तुशास्‍त्र में आठ प्रमुख दिशाओं का जिक्र आता है, जो मनुष्य के समस्त कार्य-व्यवहारों को प्रभावित करती हैं। इनमें से प्रत्येक दिशा का अपना-अपना विशेष महत्व है। अगर आप घर या कार्यस्थल में इन दिशाओं के लिए बताए गए वास्तु सिद्धांतों का अनुपालन करते हैं, तो इसका सकारात्मक परिणाम आपके जीवन पर होता है। इन आठ दिशाओं को आधार बनाकर आवास/कार्यस्थल एवं उनमें निर्मित प्रत्येक कमरे के वास्तु विन्यास का वर्णन वास्तुशास्‍त्र में आता है।…

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दैनिक पंचांग

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26 – Apr – 2019 ☀ Ara, India ☀ पंचांग ? तिथि सप्तमी 14:41:40 ? नक्षत्र उत्तराषाढा 23:14:20 ? करण : बव 14:41:40 बालव 27:49:32 ? पक्ष कृष्ण ? योग साघ्य 25:33:08 ? वार शुक्रवार ☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ ? सूर्योदय 05:19:24 ? चन्द्रोदय 24:42:59 ? चन्द्र राशि मकर ? सूर्यास्त 18:19:25 ? चन्द्रास्त 10:52:00 ? ऋतु ग्रीष्म ☀ हिन्दू मास एवं वर्ष ? शक सम्वत 1941 विकारी ? कलि सम्वत 5121…

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मन्दिर में पैसे फेंकना अपराध है।

मन्दिर में पैसे फेंकना अपराध  है।

अक्सर हमने बहुत बार देखा है कि लोग मन्दिर मे अपनी जेब से 1,2,5 का सिक्का या कितने का भी नोट निकाल कर भगवान के सामने फेंकते है फिर हाथ जोडकर प्रणाम करते है ओर मनोकामना भगवान से माँगते है । केसी मूर्खता है यह लोगो कि :- कोइ आपके सामने पैसे फेंककर चला जाये तो क्या आपको अच्छा लगेगा। नही लगेगा, आप उस व्यक्ति को बुलाकर कहोगे“”भिखारी समझा है क्या””तो सोचिये भगवान को केसी…

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दैनिक पंचांग

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25 – Apr – 2019 ☀ Ara, India ☀ पंचांग ? तिथि षष्ठी 12:48:11 ? नक्षत्र पूर्वाषाढा 20:37:43 ? करण : वणिज 12:48:11 विष्टि 25:40:41 ? पक्ष कृष्ण ? योग सिद्ध 24:53:03 ? वार गुरूवार ☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ ? सूर्योदय 05:20:14 ? चन्द्रोदय 23:57:59 ? चन्द्र राशि धनु – 27:14:05 तक ? सूर्यास्त 18:18:55 ? चन्द्रास्त 10:00:00 ? ऋतु ग्रीष्म ☀ हिन्दू मास एवं वर्ष ? शक सम्वत 1941 विकारी ?…

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प्रातः स्मरणीय मंत्र एवं स्तोत्र

प्रातः स्मरणीय मंत्र एवं स्तोत्र

ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा। यः स्मरेत्पुंडरीकाक्षं स बाह्याभ्यंतरः शुचिः॥ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटिसमप्रभ । निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ।। ब्रह्मानंदं परमसुखदं केवलं ज्ञानमूर्तिम् । द्वंद्वातीतं गगनसदृशं, तत्त्वमस्यादिलक्षम् । एकं नित्यं विमलमचलं सर्वधी: साक्षीभूतम् । भावातीतं त्रिगुणरहितं सद्गुरूं तं नमामि ।। गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु: गुरुर्देवो महेश्वर: । गुरु: साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवै नम: ।। शांताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं । विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम् । लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम् । वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ।।…

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दैनिक पंचांग

दैनिक पंचांग

23 – Apr – 2019 ☀ Ara, India ☀ पंचांग ? तिथि चतुर्थी 11:05:56 ? नक्षत्र ज्येष्ठा 17:17:12 ? करण : बालव 11:05:56 कौलव 23:13:48 ? पक्ष कृष्ण ? योग परिघ 24:58:31 ? वार मंगलवार ☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ ? सूर्योदय 05:21:57 ? चन्द्रोदय 22:15:00 ? चन्द्र राशि वृश्चिक – 17:17:12 तक ? सूर्यास्त 18:17:56 ? चन्द्रास्त 08:20:00 ? ऋतु ग्रीष्म ☀ हिन्दू मास एवं वर्ष ? शक सम्वत 1941 विकारी ?…

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उपनयन संस्कार

उपनयन संस्कार

इस संस्कार में आचार्य शिष्य से कहता है कि -‘तू ईश्वर का ब्रह्मचारी है। वस्तुतः ईश्वर ही तेरा आचार्य है। मैं तो उसकी ओर से तेरा आचार्य हूँ।’ इस का यह अर्थ है कि आचार्य कहता है कि ईश्वर कृपा से जो ज्ञान मैंने प्राप्त किया है, वही मैं तुझे दूंगा। उपनयन का शाब्दिक अर्थ है – बालक की शिक्षा पर उसके भावी जीवन का अच्छा या बुरा होना निर्भर था। उसके भावी जीवन पर…

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जनेऊ क्या है और इसकी क्या महत्वता है ?

जनेऊ क्या है और इसकी क्या महत्वता है ?

भए कुमार जबहिं सब भ्राता। दीन्ह जनेऊ गुरु पितु माता॥ जनेऊ क्या है : आपने देखा होगा कि बहुत से लोग बाएं कांधे से दाएं बाजू की ओर एक कच्चा धागा लपेटे रहते हैं। इस धागे को जनेऊ कहते हैं। जनेऊ तीन धागों वाला एक सूत्र होता है। जनेऊ को संस्कृत भाषा में ‘यज्ञोपवीत’ कहा जाता है। यह सूत से बना पवित्र धागा होता है, जिसे व्यक्ति बाएं कंधे के ऊपर तथा दाईं भुजा के…

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