भारत-चीन विवाद में गोलीबारी,भोजपुर का लाल हुआ शहीद


भोजपुर: देश की रक्षा में भोजपुर के लाल का प्राण न्योछावर, भारत चीन सीमा पर शहीद हो गया वीर कुंदन
देश रो रहा-कुंदन की शहादत को याद रखेगा पूरा जमाना।
20 दिन पहले बेटी ने लिया था जन्म,मुंह भी नहीं निहार पाया वीर सपूत कुंदन

मर कर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,जो देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्य न्योछावर कर देते हैं।

करता हूँ तुम्हे सलाम ऐ वतन पर मिटने वालो

तुम्हारी हर सांस में बसता तिरंगे का नसीब हो,…

जो देश के लिए शहीद हुए, उनको मेरा सलाम है।

अपने खूंन से जिसने जमीं को सींचा,उन बहादुरों को सलाम है।

इस बार भी एक युवा साथी वीरगति को प्राप्त हो गया। लेकिन जाते-जाते दुश्मनों के दांत भी खट्टे कर दिए।

भोजपुर जिले के रहने वाला देश के लिए समर्पित सेना का एक जवान सदा के लिए वीरगति को प्राप्त हो गया लेकिन उसने अपने जीवन के हर पल को यादों में जिंदा रखने के लिए छोड़ गया। इतिहास के पन्नों पर अंकित हुए इस लाल का नाम कुंदन ओझा है।जो भोजपुर जिले के पहरपुर गांव का रहने वाला था।भारत चीन विवाद में सीमा पर भोजपुर का लाल कुंदन शहीद हो गया है।

उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव लाया जाएगा।हालांकि वर्तमान में पूरा परिवार झारखंड में रहता है।इस घटना को लेकर पहरपुर में शोक का माहौल है।जबकि झारखंड के साहिबगंज में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।सीमा पर समर्पित रहने वाले कुंदन की शहादत पर लोगों को गर्व है। लेकिन दुख इस बात का है कि वह अब हम सबके बीच नहीं है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार की देर रात भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं।

भारतीय सेना ने देर रात इसकी पुष्टि की। जबकि 30 से ज्यादा चीनी सैनिक के मारे जाने की भी बात कही जा रही है।एक चैनल यह दावा कर रहा है।पहरपुर के कुंदन ओझा के चाचा सोनू ओझा काफी दुखी थे।रोते हुए कहा कि अब किसको बेटा कहुगा रे दादा।कुंदन शुरू से ही मिलनसार स्वभाव के थे।कुंदन 2011 में दानापुर में आर्मी में भर्ती हुए थे।इनकी शादी 2017 में मिर हट्टी सुल्तानगंज में हुई थी।पत्नी का नाम नेहा देवी है।कुंदन चार भाई बहन में दूसरे नंबर पर है।कुंदन को 20 दिन पहले लड़की हुई थी।दो दिन पहले पत्नी से बात हुई थी। बोले थे कि जल्दी मिलने आएंगे।

Report BY: Ratnesh Kr.

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