बिहार के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केस दर्ज कराने पटना के SC/ST थाने पहुंच गये। सूबे के पूर्व गृह सचिव रहे सुधीर कुमार के थाने पहुंचने के बाद हलचल तेज हो गई। BSSC के पूर्व अध्यक्ष व सीनियर आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार ने थानेदार को दो सेट में केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। आवेदन गंभीर था लिहाजा थानाध्यक्ष वहां से आवेदन लेकर निकल गये।दोपहर 12 बजे से लेकर 4 बजे तक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी थाने में बैठे रहे। इस दौरान थानाध्यक्ष आवेदन लेकर थाना से कहीं निकल गये। चार बजे थानेदार आये और कहा केस दर्ज नहीं हो सकता । आपका आवेदन अंग्रेजी में लिखा है। यह कहकर थानेदार ने केस लेने से इंकार कर दिया। हालांकि थानाध्यक्ष ने कहा कि उनका आवेदन ले लिया गया है और रिसीविंग भी दिया गया है। अब पटना पुलिस के अधिकारी उनका आवेदन पढ़ रहे हैं.
सीएम नीतीश व अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने पहुंचे थे सुधीर कुमार|
केस दर्ज कराने में विफल रहने पर आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि 4 घंटे तक थाने में बैठे रहे। थानेदार ने केस दर्ज करने से इंकार कर दिया है। बताया गया कि अंग्रेजी में आवेदन लिखा गया है। उनसे पूछा गया कि किन लोगों पर केस दर्ज करा रहे हैं। इस पर आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार से लेकर ऊपर तक के लोगों पर केस दर्ज करने का आवेदन दिया है। उनसे पूछा गया कि ऊपर कौन….क्या मुख्यमंत्री के खिलाफ? इस पर सुधीर कुमार ने जवाब दिया कि हां। उन्होंने कहा कि आईपीएस अधिकारी व पटना के पूर्व एसएसपी मनु महाराज के खिलाफ भी फर्जीवाडा, जाली कागजात व अन्य आरोप में केस दर्ज कराने का आवेदन दिये थे। लेकिन थानेदार ने केस दर्ज नहीं किया।आवेदन में कितने लोगों पर केस दर्ज की शिकायत की गई, इस पर आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि इसका खुलासा अभी नहीं करेंगे क्यों कि केस अभी दर्ज नहीं हुआ है।
अफसर का सरकार पर तंज-बिहार में कानून का राज बिहार की सुशासन की सरकार पर तंज कसते हुए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा कि समझ लीजिए यही कानून का राज है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को केस दर्ज कराने के लिए इंतजार करना पड़ रहा इस पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बिहार में कानून का राज है। बता दें सुधीर कुमार बिहार कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। उन पर आरोप था कि 2014 में अध्यक्ष पद पर रहने के दौरान इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसमें उन्हें दोषी बताया गया था। इसी मामले में 2017 में इनको निलंबित करते हुए गिरफ्तार किया गया था। अब चार साल बाद उनके अचानक SC/ST थाने पहुंचने के बाद एक बार फिर से वह चर्चा में आ गए हैं।
बता दें कि सुधीर कुमार 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। बीएसएससी के अलावा वह गृह विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।