बिहार में राज्यसभा चुनाव के लिए NDA के तीनों उम्मीदवारों ने आज नामांकन किया। जेडीयू से संजय झा, बीजेपी से भीम सिंह एवं धर्मशीला गुप्ता को राज्यसभा जाएंगे। विधानसभा के सचिव कक्ष में इन सभी उम्मीदवारो का नामांकन हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा समेत एनडीए के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित हुए।
बिहार से राज्यसभा की 06 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। इसके लिए नामांकन दालिख करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है। विधायकों की संख्या के आधार पर राज्य की 06 में तीन-तीन राज्यसभा की सीटें एनडीए और महागठबंधन की झोली में जाएंगी। इनमें भाजपा के दो, राजद के दो और जदयू की एक सीट तय मानी जा रही है। वहीं, छठी सीट महागठबंधन में कांग्रेस के पास जाएगी, इसको लेकर अखिलेश सिंह ने नामांकन किया है।
जदयू के तरफ से पहली बार राज्यसभा जा रहे संजय झा ने बड़ी बात कही है। संजय झा ने कहा कि – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। पहले बिहार में काम करने का मौका दिया अब सदन में जाकर काम करने का मौका दिया है। हम बिहार की समस्याओं को रखेंगे और यहां की हित में जो भी होगा वह जरूर करेंगे। इसके अलावा लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार में हमारी गठबंधन सभी सीटों पर बहुमत हासिल करेगी। आगे बिहार में नौकरी मिलेगी उद्योग लगेगा इसको लेकर हम लोग काम करेंगे।
NDA उम्मीदवारों में से भीम सिंह अतिपिछड़ा चंद्रवंशी समुदाय से आते हैं। कर्पूरी ठाकुर की ओर से आरक्षण लागू किए जाने का समर्थन कर राजनीति में प्रवेश करने वाले भीम सिंह लोकदल के छात्र अध्यक्ष तो समता पार्टी में युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रहे। राजद और जदयू में भीरहे। दो बार MLC रहे। ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, उद्योग विभाग के मंत्री रहे। जीतन राम मांझी का साथ देकर इन्होंने जदयू से नाता तोड़ा। अपने विधान परिषद के दूसरे टर्म में तीन साल का कार्यकाल बचे रहने पर भी इन्होंने अपनी सदस्यता छोड़ दी। वर्ष 2015 में इन्होंने BJP का दामन थामा और अभी वे प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष के पद पर हैं।
संजय झा नीतीश कुमार के साथ सभी अहम राजनीतिक बैठकों में उनके साथ रहते हैं जो पटना या बाहर आयोजित की जाती है। वाजपेयी-आडवाणी युग के बाद से जब अरुण जेटली बिहार मामलों के प्रभारी थे, तभी संजय झा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में प्रमुखता से उभरे जो नीतीश और वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ समान सहजता और विश्वास के साथ जुड़े थे। ऐसे में राज्यसभा में झा के जाने का मतलब है कि वह राष्ट्रीय राजधानी में नीतीश के दूत के रूप में काम करेंगे, जब अगले कुछ महीनों में bjp के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत करनी होगी और गठबंधन को मजबूत बनाना होगा।
डॉ. गुप्ता दरभंगा के डॉ नागेंद्र झा महिला महिला विद्यालय में सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन BJP में एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया। इसके बाद जो निरंतर अपने काम की बदौलत पार्टी में उनका कद लगातार बढ़ती गईं। डॉ गुप्ता पहली बार दरभंगा नगर निगम के चुनाव में भाग्य आजमाने उतरीं थी। इसमें उन्होंने बतौर वार्ड पार्षद चुनाव जीत लिया। इसके बाद समय-समय पर पार्टी में भी उनका कद बढ़ता गया। उन्हें दरभंगा जिला BJP महिला का जिलाध्यक्ष बनाया गया। लेकिन, राजनीतिक सफर अगले कदम पर बढ़ने के लिए वह लगातार प्रयासरत रहीं। पार्टी ने उन्हें कोल इंडिया का सदस्य बनाया है। अभी भी डाॅ. गुप्ता कोल इंडिया की सदस्य हैं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और डॉ धर्मशीला गुप्ता 2022 के दरभगा नगर निगम के चुनाव में मेयर के पद पर चुनाव लड़ी थी लेकिन यह चुनाव वह जदयू समर्थित उम्मीदवार अंजुम आरा से चुनाव हार गई थीं।