परब्रह्म परमात्मा हमारे भीतर ही हैं इन्हें तीर्थों में ढूंढ़ने की जरूरत नहीं मंहत ब्रजेश मुनि कबीर साईं मंदिर में सत्संग

पटना : मीठापुर स्थित कबीरपंथी आश्रम में कबीर साई के सानिध्य में साप्ताहिक सत्संग भजन का आयोजन हुआ। इसमें महंत ब्रजेश मुनि ने कहा कि मो को कहाँ ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में सद्रु सीख देते हैं कि परब्रह्म परमात्मा हमारे भीतर में ही विराजमान है। परमात्मा को तीर्थों में ढूंढने की जरूरत नहीं है।

सदुरु कबीर साहेब की उक्ति है आतम ज्ञान बिना नर भटकै को मथुरा को काशी रे, पानी में मीन पियासी कबीर साहेब आत्मा से परमात्मा को जोड़े रखने की सीख देते हैं। अपने ज्ञान में स्थित रहने से आत्मज्ञान प्राप्त होता है। मानव जीवन का उद्देश्य और कर्तव्य आदि को स्वयं महसूस किया जा सकता है। इसके अभाव में ही जीवन में आत्मज्ञान कुंठित होजाती है, तभी अंधविश्वास का भ्रम उत्पन्न होता है।

कबीर मानव समाज को उस भ्रम से उठाकर श्रेष्ठ मानव जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं। इस अवसर पर डॉ इंद्रजीत कुमार की ओर से कबीर साई डेंटल हॉस्पिटल मेनिशुल्क डेंटल चेकअप का आयोजन किया गया|
इस अवसर पर आश्रम के संत विवेक मुनि महेश मुनि, कृष्ण मुनि, कौशल मुनि, आदि उपस्थित थ|

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