शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ शनिवार को जमुई पहुंचे जहां सिमुलतला आवासीय विद्यालय का उन्होंने निरीक्षण किया। इसके साथ ही कई स्कूलों का भी उन्होंने जायजा लिया। झाझा के प्राथमिक विद्यालय औरैया एस स्कूल और चकाई के बसतपुर स्थित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया। इस दौरान वहां तैनात शिक्षकों ने अपनी आपबीती सुनाई जिसे सुनकर एस सिद्धार्थ हैरान रह गये। शिक्षकों ने बताया कि मंगलवार को 10 की संख्या में स्कूल में घुसे बदमाशों ने शिक्षकों, टोला सेवक और दर्जनभर मजदूरों के साथ मारपीट की। इस दौरान शिक्षक अपनी जान बचाकर भागने लगे। तभी बदमाशों ने उन्हें भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया था। 2 लाख की रंगदारी नहीं देने पर 7 शिक्षकों की पिटाई हुई थी। जब स्कूल से भागकर लहाबन स्टेशन शिक्षक पहुंचे तब वहां भी उनकी जमकर पिटाई की गयी। इस घटना के बाद शिक्षक काफी डरे सहमे हैं। शिक्षकों ने डीईओ और डीएम से मिलकर कार्रवाई की मांग की है। वही प्रभारी प्रधानाध्यापक मनोज शर्मा ने अपर मुख्य सचिव को बताया कि कई बार उन्हें भी धमकी दी गयी है। अलग-अलग मोबाइल नंबरों से पैसे की मांग की जा रही है। इस घटना के विरोध में 15 स्कूलों में ताला लटका हुआ है। पीड़ित शिक्षकों की बातें सुनने के बाद एस सिद्धार्थ ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि वो इस मामले को देखेंगे। शिक्षकों को पठन पाठन में किसी तरह की परेशानी नहीं आने देंगे। अपर मुख्य सचिव ने वहां मौजूद सभी शिक्षकों से बात की और उन्हें हर संभव सुरक्षा व्यवस्था दिलाने का भरोसा दिया।अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने एसपी चंद्रप्रकाश को इस इलाके के सभी शिक्षकों की सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बदमाश घटना को अंजाम देकर झारखंड और बंगाल में घूम रहे हैं। बदमाश राजेश यादव को जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। दरअसल अपर मुख्य सचिव के पहुंचने पर मारपीट में घायल शिक्षक भी उनसे मिलने पहुंचे थे।
घायल सभी टीचरों ने अपर मुख्य सचिव के सामने हाथ जोड़कर रोने लगे और कहे हमें बचा लीजिए सर यहां ड्यूटी नहीं करना है। हम लोग तो पटना आपके ऑफिस ही जा रहे थे लेकिन जानकारी मिली और आपसे बात हुई तब यहां वापस आए हैं।घायल टीचर को अपर मुख्य सचिव ने भरोसा दिलाया है। कि उन्हें हर संभव सुरक्षा व्यवस्था दी जाएगी। उन्होंने इस संबंध में डीएम से भी बात की। वही इस मामले पर डीएम अभिलाषा शर्मा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर इलाकों में पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गयी है। कई स्कूलों में भी पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। हाथ जोड़कर रोते हुए शिक्षक एस सिद्धार्थ से यह गुहार लगा रहे थे कि सर बचा लीजिए हमें। उनकी बातें सुनने के बाद अपर मुख्य सचिव ने वहां मौजूद सभी शिक्षकों से बात की और उन्हें हर संभव सुरक्षा व्यवस्था दिलाने का भरोसा दिलाया। आवासीय विद्यालय में शिक्षक व पदाधिकारी के साथ बैठक के बाद एस सिद्धार्थ बसंतपुर उच्च विद्यालय पहुंचे थे। इन्होंने कहा कि बदमाशों के खिलाफ सख्ती से कानूनी कार्रवाई की जाएगी इस मौके पर एसपी चंद्रप्रकाश, डीएम अभिलाषा शर्मा, एसडीओ अभय तिवारी, शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। वही झाझा के औरैया स्थित एस स्कूल प्राथमिक विद्यालय में पहुंचने के बाद एस सिद्धार्थ ने क्लास रूम में पहुंचकर बच्चों से बातचीत की। वहां मौजूद शिक्षकों से उन्होंने पूछा कि एक बच्चे ने अपना नोटबुक नहीं निकाला है। क्या यहां ऐसे पढ़ाई होती है? उन्होंने पूछा कि किस क्लास के बच्चे हैं? तब टीचर ने बताया कि 5वीं कक्षा से लेकर 7वीं कक्षा के छात्र हैं। उन्होंने फिर पूछा कि क्या ये लोग एक ही क्लास रूम में पढ़ते हैं? तब टीचर ने कहा कि सर अभी अपग्रेड हुआ है जमीन विवाद के कारण स्कूल भवन नहीं बन पाया है। जिसके बाद अपर मुख्य सचिव ने बच्चों को दिये जाने वाले मिड डे मील का जायजा लिया। स्कूल के मीनू के अनुसार शुक्रवार को पुलाव,लाल चना का छोला और अंडा बच्चों को दिया जाता है। लेकिन आज अंडा गायब था। तब एस सिद्धार्थ ने पूछा कि ई पुलाव है क्या? मेनू में तो अंडा लिखा हुआ है। अंडा कहां गया? वहां मौजूद टीचर ने कहा कि दिवाली को लेकर बहुत सारे बच्चे अंडा नहीं खाते हैं इसलिए नहीं दिया गया है। फिर वो पुलाव और उसके साथ दिये जाने वाली सब्जी को मंगवाकर देखने लगे। स्कूल के निरीक्षण के बाद उन्होंने कई आवश्यक निर्देश वहां के प्रिसिंपल को दिया फिर अपर मुख्य सचिव पटना के लिए रवाना हो गये।