पटना;- नगर निगम के पुर्व उपमहापौर सह पार्षद विनय कुमार पप्पु ने बयान जारी करते हुए कहा कि पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू और उपमहापौर रजनी देवी की सरकारी वाहन को एजेंसी में वापस ले लिया नगर निगम की ओर से दोनों को सरकारी गाड़ी दी गई थी ढाई साल बाद भी दोनों गाड़ी का भुगतान नहीं करने पर एजेंसी ने गाड़ी वापस ले ली इतना ही नहीं गैर कानूनी रूप से बिना रजिस्ट्रेशन और नंबर के इस लग्जरी वाहन का उपयोग किया जा रहा था इस पर भी सवाल उठ रहे हैं महापौर और उपमहापौर दोनों के लिए मार्च 2019 में 11 फॉर्च्यूनर गाड़ी खरीदी गई थी एक बहन की कीमत करीब ₹3800000 है ऐसे दोनों बहनों की कीमत जोड़ दी जाए तो करीब ₹700000 का भुगतान संबंधित एजेंसी को नहीं किया गया जिसमें दोनों वाहनों को खरीद की गई थी उस समय से लगातार एजेंसी वाले वाहन की कीमत के भुगतान के लिए नगर निगम का चक्कर लगा रहे थे लेकिन राशि का भुगतान नहीं किया गया|
नगर निगम प्रशासन ने महापौर और उपमहापौर के लिए किराए की गाड़ी की व्यवस्था की अब फॉर्च्यूनर की बजाय भाड़े की इनोवा गाड़ी के उपयोग महापौर और उपमहापौर करेंगी पिछले ढाई वर्षो में उप महापौर ने फॉर्च्यूनर बहन से करीब 35000 किलोमीटर यात्रा की वहीं महापौर पटना नगर निगम के पूर्व उपमहापौर सा पार्षद विनय कुमार पप्पू के समय ही गाड़ी की खड़ी हुई थी उन्होंने 2 माह इस गाड़ी का इस्तेमाल किया इस मामले में पप्पू ने मेल पर पलटवार किया है उन्होंने कहा कि महापौर और उपमहापौर की गाड़ी को गाड़ी बेचने वाली कंपनी ने भुगतान नहीं मिलने के कारण जप्त कर लिया यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है इस तरह भुगतान नहीं होने पर सशक्त स्थाई समिति सदस्यों की गाड़ी भी हटा दी गई थी इस कंपनी का भी लाखों पकाया है बकाया भुगतान के लिए हमने कई बार पत्र लिखा था|