पटना : पटना नगर निगम के पुर्व उपमहापौर सह पार्षद विनय कुमार पप्पु ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पटना नगर निगम के उपमहापौर श्रीमती मीरा देवी को पद से हटाने के लिए महापौर श्रीमती सीता साहु साजिशन अविश्वास प्रस्ताव के मुहिम को हवा दे रही हैं एक ओर उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के सम्बंध में उन्हें कोई जानकारी नही है वही दूसरी ओर अपने कुछ कलेटिंग एजेंट के माध्यम से नित रोज उपमहापौर के खिलाफ बयान दिलवा रहीं है और उपमहापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए पार्षदों को गुमराह कर रही है।मैं महापौर से यह जानना चाहता हूँ कि उपमहापौर की वजह से कौन कौन सी जनहितकारी योजना को महापौर अमलीजामा नही पहना सकीं।
क्या उपमहापौर पर किसी ठेकेदार/निजी एजेंसीज ने भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाया है।सशक्त स्थाई समिति के सभी सदस्य महापौर के द्वारा नामित है और उनके साथ हैं तो फिर ऐसी कौन सी जनहितकारी प्रस्ताव है जिसे महापौर पास नही करवा पाई।चुकी महापौर पटना भ्रष्टाचार की प्राय बन चुकी है और उपमहापौर ने हमेशा उनके भष्टाचार की भागीदार बनने से इंकार किया सो महापौर चाहती हैं कि वर्तमान उपमहापौर को हटा कर किसी ऐसे को उपमहापौर बनाया जाए जो उनकी हर निगम विरोधी/जनविरोधी गतिविधियों में उनका साथ दे।लेकिन पटना नगर निगम के पार्षद महापौर की दाल नही गलने देगें।
दरअसल उपमहापौर ने होडिंग टैक्स और कचड़ा शुल्क को एक साथ जोड़ कर लोगों से वसूल किए जाने का विरोध किया यही महापौर की असली परेशानी है महापौर निजी कम्पनी को निजी स्वार्थ सिद्धि के लिए अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए यह सारा खेल रहीं है कि उपमहापौर भी हां में हां मिलाने वाला होगा तो उन्हें कोई परेशानी नही होगी।अब वर्तमान निगम बोर्ड का कार्यकाल मात्र 10-11 माह ही शेष है अभी चाहिए था कि जो लंबित योजनाएं हैं जैसे प्रत्येक वार्ड में 1करोड़ की योजना और भी कई लंबित योजना को जल्द से जल्द जमीन पर उतारा जाता ताकि सभी माननीय पार्षद जनता की अदालत में जा कर अपने लिए पुनःसमर्थन मांग सकें।