बिहार विधानसभा अध्यक्ष को लेकर दोनों गठबंधन आमने-सामने

पटना। बिहार विधानसभा अध्यक्ष को लेकर सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और विपक्षी दलों का महागठबंधन आमने-सामने आ गया है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव सत्ता पक्ष की ओर से चुने जाने की परंपरा रही है, लेकिन इस बार विपक्ष ने अपना प्रत्याशी उतार दिया है, जिससे अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव तय माना जा रहा है।महागठबंधन ने अध्यक्ष पद के के लिए सीवान के विधायक अवध बिहारी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद यह तय हो गया है कि विधानसभा अध्यक्ष को लेकर इस बार चुनाव होगा। राजद के विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को यहां कहा कि महागठबंधन की ओर से अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन का पर्चा भर दिया है।उन्होंने चौधरी की जीत का दावा करते हुए कहा कि बिहार में विधानसभा में अध्यक्ष का पद अहम और जिम्मेदारी वाला पद होता है, जो पक्ष और विपक्ष को साथ लेकर चल सके, सबकी बातें सुने। इसके लिए अनुभव का होना बहुत जरूरी है।एआईएमआईएम के समर्थन देने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे सभी विधायकों से अपील करेंगे कि वे अनुभवी को अध्यक्ष चुनने के लिए वोट दें। उन्होंने कहा कि चौधरी पहली बार 1985 में विधायक बने थे और अब तक पांच बार विधायक रहे हैं। उन्होंने राजग के विधायकों से भी अनुभवी नेता को अध्यक्ष बनाए जाने का आह्वान किया है।इधर, प्रत्याशी बनने के बाद चौधरी ने कहा कि महागठबंधन ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने विधायकों को विश्वास जताते हुए कहा कि वे अध्यक्ष बनने के बाद पूरे नियम से और बिना भेदभाव के सदन चलाने का काम करेंगे।नवगठित विधानसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव होना है।

report by; B.B.pathak

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