जीवन का मूल्य क्या है यह हमें आध्यात्मिक चेतना बताती है आध्यात्मिक चिंतन से हमारी नैतिकता और चरित्रता का निरंतर विकास होता है जो किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए विशेष गुण माने जाते हैं अतः जरूरी है कि आप आध्यात्मिक को भी अपने जीवन का अंग माने जिससे आप आत्म स्तर पर भी उन्नति करते रहे, ऐसा करने से आपकी मानसिकता में जीवन के प्रति अनुकूलता बनी रहेगी और फिर आप सकारात्मक दृष्टिकोण के लिए सफलता की राह पर बढ़ते हुए अपने जीवन उद्देश्य की पूर्ति कर लेंगे और तभी आपका जीवन सकारात्मक जीवन कहलाएगा
पॉजिटिव लाइफ का अर्थ केवल धनवान बनना नहीं है बल्कि उस उद्देश्य को पूरा करना होता है, जिसके लिए मनुष्य ने यह जीवन प्राप्त किया है वह अपने आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प से ऐसी उपलब्धियां अर्जित करता है, जिसे सामान्य व्यक्ति आसानी से प्राप्त नहीं कर सकता सकारात्मक जीवन उसे चुनौतियां गले लगाने के लिए प्रेरित करती है
जीवन में कुछ कर दिखाने की जिज्ञासा हो तो सकारात्मक दृष्टि से सोचना पड़ता है और ये एक कला है जो इसे जान लेता है उसका मार्ग बहुत आसान हो जाता है ,प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने पर भी वह कठिनाइयों से कभी विचलित नहीं होता है, और ना उनसे हार मानता है संघर्ष के जरिए अपने उद्देश्य की पूर्ति में संलग्न रहता है यह सब तभी संभव है जब आपने जीवन में संतुलन स्थापित कर लिया है और स्वयं को एकाग्र चित्त कर लिया हो अतः सफल जीवन जीने के लिए सकारात्मक भाव को अपनाएं नकारात्मक बातों का त्याग करें