‘अडॉप्‍ट ए हेरिटेज’यानी ‘विरासत को गोद लें’

‘विरासत को गोद लें‘ -इस योजना के प्रथम चरण में देशभर के 100 प्रमुख स्मारकों को चुना गया है और टेंडर के देने के लिए बोली लगाई गयी है, जिसमें लाल किला के अलावा ताजमहल, कांगड़ा फोर्ट, सती घाट और कोणार्क मंदिर जैसे कई प्रमुख स्थान हैं।लाल किला अब डालमिया भारत ग्रुप को सौंप दिया गया है।एमओयू के अनुसार 6 महीने के भीतर लाल किले में बेसिक सुविधाएं देनी होंगी। इसमें पीने के पानी की सुविधा, स्ट्रीट, फर्नीचर आदि शामिल हैं। एक साल के भीतर उसे टेक्टाइल मैप, टायलेट, लाइटिंग, बैटरी से चलने वाले वाहन, चार्जिंग स्टेशन और एक कैफेटेरिया बनाना होगा। ये सुविधाएँ पर्यटकों के लिए मुफ्त में नहीं होंगी, मोदी सरकार का तर्क है कि इस योजना से प्राचीन इमारतों और विरासतों की रक्षा हो पाएगी, उसे और सुसज्जित और सुव्यवस्थित किया जा सकेगा,इस योजना में मोदी सरकार कितनी सफल होती है वक्त बताएगा

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