पटना: बीते 15 महीने से बिहार के गांवों में पदयात्रा कर रहे जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार के लोग राजद-जदयू, भाजपा और कांग्रेस की शासन व्यवस्था से त्रस्त है। बिहारियों को मालूम है कि उक्त सरकारों ने अपने अपने कार्यकाल में बिहार की शिक्षा,खैती, रोजगार और पलायन रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया। यही कारण है कि बिहार के 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग राज्य में नया राजनीतिक विकल्प चाहते हैं।
उक्त बातें प्रशांत किशोर कल रात अपने आवास पर बिहार के विभिन्न हिस्सों से आए जन सुराजी साथियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से जन सुराज की सोंच को घर घर जाकर पहुंचाएं और लोगों से महात्मा गांधी के सपनों का बिहार बनाने में भागीदार बनाएं। उक्त जानकारी आज यहां जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने दी।
उन्होंने बताया है कि बैठक में प्रशांत किशोर ने कहा कि लोग चाहते हैं कि अगर बिहार में सुधार होना है तो राज्य में नया विकल्प बनना चाहिए। क्योंकि यहां के लोग पिछले 30 सालों से लालू, नीतीश और भाजपा को देख और समझ चुके हैं। यहां की जनता त्रस्त हो गई है। जनता देख रही है कि उनके जीवन में सुधार नहीं हो रहा है, लोगों को रास्ता नहीं दिख रहा है कि किसको वोट दें। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि सामान्य आदमी अकेले तो पार्टी बना नहीं सकता है। ऐसे में जन सुराज वह अभियान है जो लोगों की ताकत को एकजुट कर रहा है। सभी लोग मिलकर वह विकल्प बनाएं जो बिहार में हर व्यक्ति खोज रहा है।
घर-घर में चल रही शराब की दुकानें! DMCH में दारू पार्टी पर बोले सम्राट
प्रशांत किशोर ने कहा कि हमने अपने जीवन में चुनाव रणनीतिकार के रूप में उसके माध्यम से दस साल तक जो काम किया है उसके तहत पार्टियों और नेताओं को सलाह देते थे कि कैसे वो अपनी पार्टी को संगठित कर सकें, कैसे चुनाव लड़कर जीत सकते हैं। जो काम हम पहले दल और नेता के लिए करते थे, वही काम अब बिहार के लोगों के लिए कर रहे हैं कि कैसे लोग एक साथ आएं और नया दल बनाएं। मेरी सलाह से नेता जीते और नेता के बच्चे जीत गए। अब मेरा मानना है कि मेरी सलाह से बिहार की जनता जीतेगी और उनका जीवन सुधरेगा।