राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले जेल से हुए रिहा श्रीकांत पुजारी

हुबली (कर्नाटक) :  राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान 31 साल पुराने मामले में गिरफ्तार एक कारसेवक श्रीकांत पुजारी जमानत मिल चुकी है। कई वीएचपी नेता श्रीकांत पुजारी का स्वागत करने के लिए हुबली उप जेल पहुंचे। कुछ तकनीकी कारणों से उन्हें शुक्रवार को रिहा नहीं किया गया था, लेकिन आज उन्हें रिहाई मिल गई।

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अपनी रिहाई के बाद मीडिया से बात करते हुए श्रीकांत पुजारी ने कहा, “पुलिस ने मुझे गिरफ्तार करने से पहले कोई वारंट नहीं दिया। मैं राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए 19 जनवरी को अयोध्या जाऊंगा।”

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राम मंदिर के उद्घाटन से पहले कारसेवक की गिरफ्तारी से कर्नाटक में राजनीतिक भूचाल आ गया है। अतिरिक्त जिला और सत्र अदालत के जज परमेश्वरा प्रसन्ना बी. ने जमानत मंजूर करने का आदेश दिया। सरकार के वकील ने जमानत दिए जाने पर आपत्ति जताई है। साथ ही, आरोप लगाया कि वह कई अन्य मामलों में वांछित हैं और अदालती सुनवाई में भी शामिल नहीं होते रहे हैं।

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मालूम हो कि श्रीकांत पुजारी को पिछले साल 29 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद विवाद पैदा हो गया था। पुजारी श्रीकांत की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक भाजपा ने पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करते हुए उनकी गिरफ्तारी की निंदा की थी। भाजपा ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए एक अभियान भी शुरू किया था।

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