आज पटना के डाकबंगला चौराहा के निकट लोकतान्त्रिक जन पहल द्वारा प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। इस आयोजन में फादर स्टेन स्वामी को श्रद्धांजलि दी गई।इस मौके पर सभा में अपने विचार व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यह काफी दुखी से भरा समय है|
फादर स्टेन स्वामी अब हमारे बीच नहीं हैं। उनकी की मृत्यु दिनांक 5 जुलाई’ 21 को 1•25 बजे अपराह्न में न्यायिक हिरासत में हो गयी। यह एक स्वाभाविक मृत्यु नहीं संस्थागत हत्या है।
मानव अधिकार की रक्षा की लड़ाई में हमेशा आगे रहे स्वामी
वक्ताओ ने यह भी कहा कि स्वामी आदिवासियों, दलितों और वंचितों के मानवाधिकार की रक्षा के लिए, उनपर होने वाले अन्याय- अत्याचारके खिलाफ तथा जल, जंगल और जमीन के मुद्दे पर लंबे वर्षों से आवाज उठाते रहे। इन अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाते हुए ही वे 85 वर्ष की अवस्था में वे शहीद हो गये। हमें उनकी कुर्बानी को याद रखने और उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर से कहा का यह घटना मोदी सरकार में संविधान, लोकतंत्र और न्यायालय पर हो रहे लगातार हमले की ही कड़ी है। हम सभी को इससे खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठानी होगी । यही
फादर स्टेन स्वामी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सभा में बड़ी संख्या में रही युवाओं की भागीदारी
इस सभा में लोकतान्त्रिक जन पहल के सदस्यों के साथ साथ बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी भी रही।