शहीद का पार्थिव शरीर मनेर के हल्दी छपरा पहुचते ही लोगों ने सुनील कुमार अमर रहे नारो के साथ-साथ लोगे ने चीनी सामान का बहिस्कार करने का भी नारा लगया
मनेर: भारत चाइना के बोडर गलवान घाटी में अपने देश की रक्षा करते बिहटा के लाल सुनील कुमार शहीद हो गए थे।गुरुबार के दिन सुबह में उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास तारानगर लाया गया।जहाँ उनके गांव वालो ने उनकी शहादत पे श्रधांजलि अर्पित की और लोगो मे चीन के खिलाफ काफी आक्रोश देखने को मिला।
भारत माता की जय के नारों के साथ पूरा बिहटा गुज उठा वही 400 मीटर तिरंगे के साथ गांव के युवाओं ने उनका स्वागत किया।उसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर परिजनों को सौप दिया गया। और आर्मी के ज़बानों ने पहले उनके पैतृक गांव में गौड़ ऑफ ऑनर दिया फिर शव यात्रा निकाली गई।
शहीद का पार्थिव शरीर मनेर के हल्दी छपरा के गंगा घाट के लिए रवाना किया गया जहाँ उनकी अंतिम प्रक्रिया की जाएगी।जवान सुनील कुमार ने 2002 में बिहार रेजिमेंट से सेना जॉइन किया था और 2003 में उनकी शादी हुई थी।शादी के बाद उनके दो बेटे और एक बेटी है।वही एक साल पहले ही उनकी पोस्टिंग लदाख में हुई थी।इस से पहले ये दानापुर में ही पोस्टेड थे।आपको बता दे कि दो दिन पूर्व चीनी सैनिकों के साथ झड़प हुई थी।जिसमे सेना के 20 जवान शहीद हुए थे।जिसमें बिहार रेजिमेंट के भी जावन शहीद हुए थे।
Report BY : Ratnesh kr.