सीमांचल क्षेत्र के जिलों मे अभी तक नहीं दिया जा रहा जन वितरण प्रणाली के दुकानों से गरीबों को राशन :- हम

दिनांक 9 अप्रैल:हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०) के प्रदेश अध्यक्ष भागवत लाल बैश्यन्त्री ने बिहार के सीमांचल क्षेत्र के जिला अध्यक्षों से बात किया और उन्होंने बतलाया की अभी तक जन वितरण प्रणाली की दुकानों में गरीबों को मुफ्त में वितरण हेतु कोई भी राशन नहीं मिल रहा है। वरीय पदाधिकारियों से पूछने पर पता चला की अभी तक मुफ्त में देने वाले राशन की प्राप्ति ब्लॉक लेवल पर नहीं हुई है। इसलिए जन वितरण दुकानों में मुफ्त में देने वाली अनाज का पहुंच नहीं किया गया है।
बैश्यन्त्री ने कहा कि इन देहाती क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन का कोई प्रबंध नहीं है जिससे लोगों में भय का वातावरण बना हुआ है। सूचना यह भी प्राप्त हुई है जो प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ाते हैं उनसे स्कूल बंद रहने के बावजूद भी स्कूल फीस अभिभावकों से मांगा जा रहा है।
बैश्यन्त्री ने कहा कि मैं सरकार से अनुरोध करता हूं की सीमांचल के क्षेत्रों में अवस्थित जिलों में कटिहार पूर्णिया किशनगंज अररिया मधेपुरा एवं सहरसा सुपौल में शीघ्र मुफ्त अनाज का वितरण प्रारंभ कराया जाए यदि संभव हो तो कम्युनिटी किचन का भी प्रबंध किया जाए क्योंकि इस क्षेत्र में बाहर से बहुत सारे मजदूर आ गए हैं। मुंबई दिल्ली मद्रास कोलकाता यूपी प्रांतों में काम करने वाले बिहार के मजदूर कारखाना बंद होने के कारण अपने अपने गांव लौट कर आ गए हैं। गांव में भी जो कुछ मजदूर खेतों में काम करते थे वह भी अभी बेरोजगार हो गए हैं। सबसे बुरी हालत ई रिक्शा चलाने वाले की हुई है। चुकि कोई भी वाहन अभी चलाना बंद कर दिया गया है इसलिए इसके चालक को भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
बैश्यन्त्री ने कहा कि मैं सरकार से यह भी अनुरोध करता हूं की जल्द से जल्द क्षेत्रों में सरकारी सहायता पहुंचाया जाए। प्रखंड स्तर पर पदस्थापित पदाधिकारियों को निर्देश दिया जाए की ऐसे कितने लोग हैं जिनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है और आंकड़ा प्राप्त कर इसे परिवारों को सहायता अभिलंब किया जाए ताकि ऐसी परिवारों के लोगों की जिंदगी बचाई जा सके। ऐसे भी बहुत सारे लोग हैं जिनकी जांच अभी तक पर्याप्त संख्या में किट नहीं रहने के कारण नहीं हो सकी है। सिर्फ थर्मामीटर से तापमान जांच कर लोगों को छोड़ दिया जा रहा है। सरकार से मेरा अनुरोध है कि जल्द से जल्द जांचने वाला किट हर प्रखंड में उपलब्ध कराया जाए ताकि लोगों का जांच कर यह पता चल सके की कितने लोगों को कोरोना का संक्रमण हुआ है। मैं अंत में यह भी अनुरोध करना चाहता हूं कि जिन बच्चों का स्कूल बंद है उनका फीस निजी विद्यालयों के द्वारा नहीं लिया जाए इस तरह का आदेश सरकार दें ।

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