तीन दिवसीय सतत पुनर्वास प्रशिक्षण-कार्यशाला के उद्घाटन पर विशेषज्ञों ने किए विचार-मंथन

तीन दिवसीय सतत पुनर्वास प्रशिक्षण-कार्यशाला के उद्घाटन पर विशेषज्ञों ने किए विचार-मंथन

पटना: शारीरिक-मानसिक चुनौतियों का सामना कर रहे विशेष बच्चों में ‘जीवन-यापन योग्यता’ और सामाजिक सरोकार बनाने की क्षमता का विकास, पुनर्वास-विशेषज्ञों के समक्ष एक बड़ी चुनौती है। ऐसे बच्चों को आत्म-निर्भर बनाने, लोगों के व्यवहार को समझने और उचित प्रतिक्रिया करने योग्य बनाया जाना आवश्यक है। इस हेतु पुनर्वास-कर्मियों, विशेष-शिक्षकों, ऐसे बच्चों के माता-पिता और नैदानिक-मनोवैज्ञानिकों को मिलकर कार्य करना चाहिए। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय द्वारा असमाविष्ट सेक्टर के उद्यमों के सर्वेक्षण पर पुनश्चर्या के क्षेत्रीय…

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